नई दिल्ली। अगर विश्व कप में टीम इंडिया की प्लेयिंग इलेवन की बात करें तो इसमे किसी ना किसी कारण से लगातार बदलाव होते रहे। खासकर विजय शंकर की चोट के बाद तो टीम में नाटकीय बदलावों का दौर देखने को मिला। पंत जो विश्व कप का हिस्सा ही नहीं थे, वह नंबर चार पर बल्लेबाजी करने लगे। जाधव की जगह पर कार्तिक टीम में आ गए और बाद में कलाई के एक स्पिनर की जगह पर जडेजा की टीम इंडिया में एंट्री हुई। जडेजा की टीम में एंट्री काफी लेट हुई लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से यह साबित कर दिया कि उनको बाहर रखना शायद विराट कोहली की एक भूल थी। भारतीय टीम अगर विश्व कप 2019 का सेमीफाइनल मैच लड़कर हारी है तो इसका काफी श्रेय रविंद्र जडेजा को जाता है। जडेजा को इस विश्व कप में जब भी मौका मिला तो उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया। लेकिन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में आया। इस मुकाबले में उन्होंने 10 ओवर में केवल 34 रन देकर 1 विकेट लिया। फील्डिंग में भी दो कैच लिए और एक जबरदस्त रन आउट किया। जबकि बल्लेबाजी में केवल 59 गेंदों पर 77 रन बना दिए।
जडेजा इस मैच में नंबर 8 पर बल्लेबाजी करने के लिए आए थे और उन्होंने ना केवल शानदार अर्धशतक जड़ा बल्कि भारत की ओर से खेलते हुए बड़ा रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। अब जडेजा ऐसे पहले भारतीय बल्लेबाज बन चुके हैं जिन्होंने विश्व कप में नंबर 8 पर खेलते हुए पचासा जड़ा है। इससे पहले भारत के पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया ने 1999 के विश्व कप में 28 रन बनाए थे। यह किसी भारतीय बल्लेबाज का नंबर 8 पर सर्वश्रेष्ठ स्कोर था। मोंगिया यह पारी जिंबाब्वे के खिलाफ खेली थी।