आइए जानते हैं न्यू जीवन आनंद पॉलिसी की खास बातें…
बीमित रकम- स्कीम के तहत कम से कम 1 लाख रुपये का सम अश्योर्ड लेना जरूरी है. वहीं, इसकी अधिकतम सीमा नहीं है. यानी आप जितना चाहें, उतना तक सम अश्योर्ड ले सकते हैं.
प्रीमियम का भुगतान- पॉलिसी के लिए सालाना, छमाही, तिमाही और मासिक आधार पर प्रीमियम का भुगतान किया जा सकता है. इसकी खास बात यह है कि इस पॉलिसी को खरीदने के 3 साल बाद आप अपनी पॉलिसी से कर्ज ले सकते हैं.
मैच्योरिटी पर मिलेगा इतना लाभ- सम एश्योर्ड के साथ सिंपल रिवर्सनरी बोनस और फाइनल एडिशनल बोनस.
मेच्योरिटी पर कितना लाभ-
सम अश्योर्ड + सिंपल रिवर्सनरी बोनस + फाइनल एडिशनल बोनस
5 लाख + 5.04 लाख + 10 हजार = 10.14 लाख
यानी 21 साल पूरे होने पर अगर पॉलिसी धारक जीवित रहता है तो उसे 10 लाख से ज्यादा मिल जाएगा.
अगर मेच्योरिटी पर डेथ हो जाए- नॉमिनी को सम अश्योर्ड यानी 5 लाख रुपये मिलेंगे.
अगर पॉलिसी के बीच में डेथ हो तो- यदि किसी कारणवश पॉलिसीधारक की मौत पॉलिसी के बीच में ही हो जाती है तो उनके द्वारा नामित नॉमिनी को जो बीमा राशि दी जाएगी जो बीमा राशि का 125 फीसदी होगा. इसके साथ ही बोनस और अंतिम बोनस भी मिलता है.
अगर पॉलिसी में 17 साल प्रीमियम भरने के बाद डेथ हो तो इन तीनों में जो ज्यादा होगा, वही नॉमिनी को मिलेगा.
1. सम अश्योर्ड का 125% = 5 लाख का 125% = 6,25,000
2. सालाना प्रीमियम का 10 गुना = (27010 का 10 गुना) = 3,02,730
3. मृत्यु तक भरे हुए प्रीमियम का 105% = (27010 * 17) का 105% = 4,82,128
इसमें पहले ऑप्शन में रकम ज्यादा है तो नॉमिनी को वहीं रकम मिलेगा.
टैक्स बेनिफिट्स- आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत प्रीमियम भुगतान के लिए टैक्स बेनिफिट भी मिलता है. मैच्युरिटी या मृत्यु के वक्त मिलने वाली राशि पर भी कोई टैक्स नहीं देना होता है.