जोधपुर I भौतिकवादी युग में सांसारिक मोह माया छोड़ दिलीप मेहता व ललिता मेहता पति पत्नी एक साथ दीक्षा लेने वालों का क्रिया भवन आगमन पर अभिनंदन किया गया। श्री जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक तपागछसंघ के प्रवक्ता धनराज विनायकिया ने बताया सालाना दस करोड़ टर्न ओवर करने वाले कपड़ों के व्यापारी पाली निवासी श्रावक दिलीप मेहता वह उनकी धर्मपत्नी ललिता मेहता सांसारिक मोह माया को छोड़ 3 मार्च को दीक्षा लेने जा रहे शाहपुर मुंबई में जैन आचार्य भगवंत पुण्यरत्नसुरी जैनाचार्यों यशोरत्नसुरी सानिध्य में जोडे से दीक्षा लेने जा रहे हैं पति पत्नी दीक्षा अंगीकार करके जैन साधु साध्वी बनेंगे। विनायकिया ने बताया कि मुमुक्षु दिलीप मेहता मुमुक्षु रत्ना ललिता मेहता क्रियाभंवन आगमन पर तपागछ संघ ट्रस्ट मंडल द्वारा संयम अनुमोदना अभिनंदन किया गया। अवसर पर संघ के सचिव उमैद राज रांका, अनिल मेहता, ललित पोरवाल, वीरेंद्र मेहता, ओमप्रकाश चौपड़ा, मुकेश नाहर तथा वल्लभ महिला मंडल आदि ने गुणगान किया। विनायकिया ने बताया कि पारिवारिक सूत्रों के अनुसार करीब 20 वर्ष पहले पाली के गुजराती कटला में दीक्षा दानेश्वरी युवा प्रति बोधक जैनाचार्य गुणरत्न सुरी का प्रवचन श्रवण करने गए थे संत से पाली आने पर हर दिन उनका प्रवचन से ज्ञान मिला संसार सिर्फ दिखावा है मोक्ष प्राप्ति के लिए बेहतर कुछ नहीं है, लेकिन उस वक्त बच्चे छोटे थे, अब बच्चे उनका व्यापार कारोबार संभालने और उनका परिवार भी है।अब संसार मोह माया छोड़ आत्म कल्याण कर मोक्ष पदकी ओर अग्रसर होना है।
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