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‘डॉन के साथ चाय पीने’ से लेकर वो ‘कैसे बन गए चिंटू’ जानिये ऋषि कपूर से जुड़ी ये बातें

मुंबई। 4 सितंबर को वेटरन अभिनेता ऋषि कपूर का जन्मदिन होता है। हाल ही में में ऋषि कपूर अपनी फ़िल्म ‘मुल्क’ की वजह से चर्चा में रहे। ऋषि कपूर की छवि एक ऐसे अभिनेता की है जो बिना किसी लाग लपेट के अपनी बात खुलकर कहते हैं!

राजकपूर के तीन स्टार बेटों में से एक ऋषि कपूर बेटे रणबीर कपूर को लेकर भी एक क्रिटिक की भूमिका में रहते हैं। बहरहाल, इस साल अपना 66 वां जन्मदिन मना रहे ऋषि कपूर की आत्मकथा ‘खुल्लम खुल्ला ऋषि कपूर अन्सेन्सर्ड’ पिछले साल जनवरी में आई थी। जिसमें उन्होंने कई दिलचस्प खुलासे किये हैं और वो भी खुल्लम-खुल्ला! आइये जानते हैं उनके कुछ ऐसे ही कुबूलनामे। उससे पहले देखिये ऋषि कपूर की एक दुर्लभ तस्वीर जिसमें वो ढपली बजाते दिख रहे हैं। आपको याद होगा कि अपनी कई फ़िल्मों में ऋषि ढपली के साथ नज़र आते रहे हैं!

‘हां…मैंने बेस्ट एक्टर का अवार्ड खरीदा’

ऋषि कपूर ने ‘मेरा नाम जोकर’ से एक बाल कलाकार के रूप में अपनी फ़िल्मी पारी शुरू की थी। इस फ़िल्म के लिए उन्होंने डेब्यू चाइल्ड अभिनेता का नेशनल अवार्ड जीता था। लेकिन, एक हीरो के रूप में उनकी पहली फ़िल्म थी ‘बॉबी’। इस फ़िल्म के लिए उन्हें फ़िल्मफेयर से बेस्ट एक्टर अवार्ड मिला था। अवार्ड को लेकर कई तरह की बातें सुनने बातें सुनने को मिलती रहती हैं। कुछ लोग अवार्ड बिकाऊ होता है, ऐसी बातें भी करते हैं। ऐसे में ऋषि कपूर का यह बयान काफी महत्वपूर्ण है। अपनी किताब में उन्होंने लिखा है- ”हां…मैंने बेस्ट एक्टर का अवार्ड खरीदा है और इसीलिए अमिताभ बच्चन नाराज़ हैं।” ऋषि कपूर ने बताया कि उन्होंने ‘बॉबी’ फ़िल्म के लिए बेस्ट एक्टर का अवार्ड खरीदा था। वो भी 30 हज़ार रूपये में। इतना ही नहीं, ऋषि कपूर बताते हैं कि अमिताभ बच्चन इसलिए उनसे काफी समय तक नाराज़ थे क्योंकि उन्हें लगा वो ‘ज़ंजीर’ के लिए जीतेंगे। बहरहाल हाल ही में ‘102 नॉट आउट’ में हम बिग बी और ऋषि कपूर की जोड़ी को एक साथ देख चुके हैं!

‘दाऊद इब्राहिम के साथ पी है चाय’

ऋषि कपूर ने अपनी किताब में दाऊद इब्राहिम से उनकी मुलाकात पर लिखा है कि- “शोहरत ने मुझे अच्छे लोगों के साथ ही संदिग्ध लोगों से भी मिलवाया। इनमें से एक था दाऊद इब्राहिम। यह साल 1988 की बात है। जाहिर है, यह 1993 के मुंबई ब्लास्ट से पहले की घटना थी और उस वक्त मैं दाऊद को भगोड़ा नहीं समझता था। तब तक वह महाराष्ट्र के लोगों का दुश्मन भी नहीं था। या कम से मुझे ऐसा लगता था। दाऊद ने मेरा स्वागत किया और कहा,’किसी भी चीज की जरूरत हो तो बस मुझे बता दें।’ उसने मुझे अपने घर भी बुलाया। मैं भौंचक्का था।”

आगे ऋषि कपूर लिखते हैं कि- “दाऊद सफेद रंग की शानदार इटैलियन ड्रेस में आया और उसने गर्मजोशी के साथ हमारा स्वागत किया। उसने माफी मांगने के अंदाज में कहा,’मैंने आपको चाय के लिए इसलिए बुलाया क्योंकि मैं शराब नहीं पीता।’ उसने बहुत सी चीजों के बारे में बात की, अपनी कुछ आपराधिक गतिविधियों के बारे में भी, जिनके लिए उसे कोई पछतावा नहीं था।”

‘पापा को शराब, सिनेमा और लीडिंग लेडीज़ से था प्यार’

ऋषि कपूर लिखते हैं- ”मेरे पिता राज कपूर 28 साल के थे और पहले ही हिंदी सिनेमा के शो-मैन का ख़िताब पा चुके थे। उस वक़्त वो प्यार में भी थे, दुर्भाग्य से मेरी मां के अलावा किसी और से। उनकी गर्लफ्रेंड उनकी कुछ हिट्स ‘आग’, ‘बरसात’ और ‘आवारा’ में उनकी हीरोइन भी थीं।” ऋषि लिखते हैं कि नर्गिस को इन-हाउस हीरोइन कहते थे और आरके स्टूडियो के चिह्न में भी वो शामिल हैं। वेटरन एक्ट्रेस वैजयंतीमाला राज कपूर के साथ अफ़ेयर से हमेशा इंकार करती रही हैं, लेकिन ऋषि लिखते हैं- ”मुझे याद है जब पापा वैजयंतीमाला के साथ इंवॉल्व थे, तो मैं मम्मी के साथ मरीन ड्राइव के नटराज होटल में शिफ़्ट हो गया था। होटल से हम लोग दो महीने के लिए चित्रकूट अपार्टमेंट में चले गए, जो पापा ने मॉम और हमारे लिए ख़रीदा था।” ऋषि ने इस बात पर भी आपत्ति जताई है कि वैजयंतीमाला ने राज कपूर के साथ अपने अफे़यर को मैन्युफेक्चर्ड बताया था। उनका कहना है कि अगर उस वक़्त पापा ज़िंदा होते तो वो ऐसा कहने की हिम्मत हरगिज नहीं कर सकती थीं। ऋषि ने लिखा है कि उनके पिता को शराब, सिनेमा और लीडिंग लेडीज़ से प्यार था।

भले ही आज ऋषि के रिश्ते अमिताभ बच्चन से बेहद करीबी हों, लेकिन अपनी बात रखने में ऋषि कपूर ने बिल्कुल डिप्लोमेसी नहीं दिखाई है। उनके मुताबिक नि:संदेह अमिताभ बच्चन बहुत बड़े सुपरस्टार हैं और उन्होंने एक मिसाल कायम की है, लेकिन ऋषि का यह मानना है कि अमिताभ की सफलता में उन तमाम छोटे-छोटे कलाकारों का भी योगदान हैं, जिनके साथ उन्होंने काम किया है।

 

ऋषि कपूर ने यह भी स्वीकारा है कि उन्होंने आज तक अपनी पत्नी नीतू सिंह को कभी भी धोखा नहीं दिया है। मगर शादी से पहले उनकी भी गर्लफ्रेंड थी और यह बात उन्होंने अपनी जीवनी में भी स्वीकारी है। उन्होंने बताया कि जब वे 21 साल के थे, उस वक़्त बॉबी बनी थी, लेकिन उससे पहले से भी वह किसी को डेट करते थे। बॉबी जब रिलीज़ हुई थी, उस वक़्त उनका ब्रेकअप को चुका था।

चलते-चलते बता दें कि ऋषि कपूर का निक नेम चिंटू है। आखिर उनका नाम चिंटू कैसे पड़ा? ऋषि कपूर के मुताबिक उन्हें यह नाम उनके बड़े भाई रणधीर कपूर ने दिया और इस बारे में उन्होंने रेडियो सिटी से बात करते हुए एक बड़ी ही दिलचस्प बात बताई है। उनकी यह बातचीत आप इस लिंक पर सुन सकते हैं।

Shamsul Azam
Author: Shamsul Azam

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