लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस बार 303 सीटें हासिल की, जबकि एनडीए की सीटें 353 के आंकड़े को छू गई। बीजेपी की इस प्रचंड जीत पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन पार्टी के मुखिया असदउद्दीन ओवैसी ने कहा है कि वो मतदाताओं के फैसले की इज़्जत करते हैं, ये बीजेपी की जीत है, लेकिन इस जीत को जिस तरह से हासिल किया गया है वो हिंदुस्तान के गंगा-जमुनी तहज़ीब के विचार के लिए नुकसानदेह है।
ओवैसी ने कहा कि बीजेपी की ये जीत मुसलमानों को राजनैतिक तौर पर और हाशिए पर ले जाएगी। उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि आने वाले दिनों में मॉब लिंचिंग और इस तरह की हत्याएं रुकने वाली हैं। एक ऐसी फिज़ा तैयार कर दी गई है, जिसमें आंतकवाद के आरोपी के संसद पहुंचने को पूरी तरह से मंज़ूर किया जा रहा है।”
ओवैसी ने ये भी बताया कि बीजेपी की जीत के दो कारण हैं। उनके मुताबिक पहली वजह तो ये है कि बीजेपी राष्ट्रवाद को मुद्दा बनाने में कामयाब रही और विपक्ष उनकी इस रणनीति को भेद नहीं पाया, जबकि दूसरी वजह आक्रामक हिंदू पहचान को प्रमोट करना थी।
ओवैसी ने कहा, “विपक्ष ईवीएम में हेराफेरी को लेकर हंगामा करता रहा। लेकिन हकीकत में इस बार हिंदू के दिमाग में हेराफेरी की गई, जिसे विपक्ष समझने में नाकाम रहा। वो भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब और डॉ। आंबेडकर ( डॉ। भीमराव आंबेडकर) के संविधान की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे।
कांग्रेस की हार को लेकर पूछ गए सवाल पर AIMIM के मुखिया ने कहा, “कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण की बहुत जरूरत है. जिन 180 से ज्यादा सीटों पर कांग्रेस बीजेपी से सीधे तौर पर फाइट में थी, उनमें से वो 170 से ज्यादा सीटें गंवा बैठे. जबकि कर्नाटक, राजस्थान और और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सत्ता उनके पास है.”
ओवैसी की पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव में दो सीटों पर जीत का परचम लहराया है. ओवैसी खुद हैदराबाद सीट से इस दफा लगातार चौथी बार जीत हासिल करने में कामयाब रहे हैं, जबकि महाराष्ट्र के औरंगाबाद से उनकी पार्टी के उम्मीदवार इम्तियाज़ जलील भी सांसद चुने गए हैं.