जोधपुर

नज़ीर अकबराबादी ने बोली को ज़बान बनाने का काम किया — बृजेश अम्बर

 जोधपुर 28 जनवरी। ’’नज़ीर अकबराबादी की नज़्म मुफलिसी पर वली दकनी के शेर, मुफलिसी सब बहार खोती है, इश्क का एतबार खोती है…. का प्रभाव नज़र आता है। नज़ीर ने बोली को जबान बनाने का काम किया और जिस वक्त आगरा में पैदा होने वाले अक्सर शाइर दिल्ली की तरफ गए, नज़ीर दिल्ली में पैदा होकर आगरा आए, आगरा उस वक्त राजधानी थी तो उस जमाने की ज़बान को भी प्रामाणिक क्यों नहीं माना जा सकता ?  ख़्वाजा अल्ताफ हुसैन हाली ने अपने मुक़दमा शेरो-शाइरी में जो बात यूरोप के हवाले से कही है वह काम नज़ीर लगभग 100 साल पहले अपनी नज़्मों में कर चुके थे। इसके अलावा नज़ीर ने आभिजात्य वर्ग की बातों को अवाम की जबान में लोगों के सामने रखा’’ यह उद्गार राजस्थान उर्दू अकादमी के कोषाध्यक्ष और शाइर बृजेश अम्बर ने महिला पीजी महाविद्यालय की उर्दू क्लब की ओर से शनिवार को आयोजित नजीर अकबराबादी पर एक कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर अपने व्याख्यान में व्यक्त किये।

उर्दू क्लब की इस गोष्ठी में नज़ीर अकबराबादी का परिचय देते हुए नवोदित शाइर वसीम बैलिम ने कहा कि नज़ीर अकबराबादी ने महलों, दरबारों, कोठियों और हवेलियों की बजाय मेले-ठेलों, गली-कूचों और बाज़ारों की ज़बान में शाइरी करते हुए अवाम से अवाम की जबान में गुफ्तगू की। स्वागत भाषण में  बी.ए. अन्तिम वर्ष की राहत जहां ने उर्दू क्लब की तरफ से सभी मेहमानों का स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान जयनारायण व्यास शिक्षण संस्थान के अध्यक्ष प्रोफेसर एस. पी. व्यास ने साहित्यकार बृजेश अम्बर को राजस्थान उर्दू अकादमी, जयपुर के कोषाध्यक्ष बनने की खुशी में साफा पहनाकर उनका स्वागत एवं सम्मान किया। प्रोफेसर व्यास ने फारसी लिपि तथा गीता-पाठ में रुख़सार और गज़ल कम्पीटीशन में कपिला जोशी व अर्चना चौहान के प्रथम स्थान प्राप्त करने के संस्मरण याद करते हुए भविष्य में भी ऐसे प्रोग्राम करवाने की प्रेरणा दी। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में वरिष्ठ शाइर शीन मीम हनीफ ने नज़ीर अकबराबादी बोलियों को शाइर बताया साथ ही छात्राओं से उर्दू ज़बान से जुड़े रहने की बात की। आरम्भ में उर्दू क्लब की अध्यक्ष बी.ए. अन्तिम वर्ष की छात्रा नर्गिस ने कार्यक्रम के अध्यक्ष शीन मीम हनीफ को, उर्दू क्लब की सचिव बी.ए. द्वितीय वर्ष की आयशा ने मुख्य वक्ता बृजेश अम्बर को और शाइर वसीम बैलिम को बी.ए. द्वितीय वर्ष की निर्जला व सुनीता ने पुष्पित गमले पेश कर के स्वागत किया। महिला पी जी महाविद्यालय की ओर से इतिहास विभाग की व्याख्याता सुश्री नैना आचार्य ने शीन मीम हनीफ को, बी.ए.द्वितीय की जवेरिया ने बृजेश अम्बर को और बी.ए. फाइनल की सुनीता ने वसीम बैलिम को स्मृति चिन्ह भेंट किये। इस अवसर पर प्रसिद्ध शाइर मुहम्मद अफज़ल जोधपुरी, डाॅ. इश्राकुल इस्लाम माहिर, रंगकर्मी एवं राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बलदेव नगर के प्रधानाचार्य मज़ाहिर सुलतान ज़ई, साहित्यिक संस्था ‘तहज़ीब‘ के सचिव नफासत अहमद, महात्मा गांधी सीनियर सैकन्डरी स्कूल के वरिष्ठ शिक्षक अकमल नईम, शाइर व मौलाना आजाद सीनियर सेकेंडरी स्कूल में वाणिज्य के अध्यापक रईस अहमद ‘रईस‘ और महिला पी जी महाविद्यालय में संगीत  विभागाध्यक्ष डॉ. अनूपराज पुरोहित भी उपस्थित थे अन्त में बी.ए द्वितीय वर्ष की छात्रा पूजा देवी ने उर्दू क्लब की ओर से आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन बी.ए. द्वितीय वर्ष की छात्रा शाहाना शेरानी ने किया।

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