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अखिलेश यादव ने इशारों-इशारों में बताया कौन बनेगा प्रधानमंत्री

लोकसभा चुनाव 2019 के तीन चरणों का मतदान खत्म हो चुका है और इस वक्त देश में सियासी पारा चरम स्तर पर है, ऐसे में राजनीतिक दलों की बयानबाजी भी काफी तेज हो गई है तो वहीं सपा-बसपा और रालोद का गठबंधन पूरी तरह भाजपा को हराने में जुटा है लेकिन इसी बीच इस गठबंधन में अगला पीएम कौन होगा।

इस बारे में भी काफी विचार हो रहा है, हालांकि कोई इस बारे में खुलकर कह नहीं रहा है, इस बारे में जब यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से पूछा गया तो उन्होंने इशारों-इशारों में अपनी पसंद के पीएम के बारे में बताया।

सीधे तौर पर किसी का नाम ना लेते हुए सपा के टीपू भैया ने कहा कि मुझे सबसे ज्यादा खुशी होगी, अगर कोई उत्तर प्रदेश का प्रधानमंत्री बनेगा, रही बात मेरे पसंद की तो आप सब जानते हैं, प्रधानमंत्री के लिए मेरी पसंद कौन है, मायावती के PM बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह चुनाव बाद तय होगा, लेकिन आप जानते हैं कि मैं किसका समर्थन करूंगा।

मायावती का नाम सुनते ही रामगोपाल यादव को आया था गुस्सा: गौरतलब है कि मंगलवार को मैनपुरी में जब सपा महासचिव रामगोपाल यादव वोट करके लौट रहे थे तो उनसे भी मीडिया ने यही प्रश्न किया था कि क्या मायावती पीएम बन सकती है, जिसे सुनते ही वो बुरी तरह से भड़क गए थे, उन्होंने कहा था कि मुझे मूर्ख समझ रखा है क्या? कोई मूर्ख ही होगा, जो इस सवाल का जवाब देगा’, मैं इस सवाल का जवाब 23 मई को शाम पांच बजे दूंगा।

योगी आदित्यनाथ पर साधा अखिलेश यादव ने निशाना: अखिलेश ने कहा कि गठबंधन की ऐतिहासिक जीत होने जा रही है, यूपी के सीएम डर गए हैं और इसी वजह से वो कुछ भी किसी के बारे में कह रहे हैं, भाषा की गिरावट की शुरुआत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की थी इसलिए उन्हें जवाब देना जरूरी है, अखिलेश ने कहा कि सीएम योगी को कोई ट्रेनिंग न दी जाए, वह ऐसे ही बोलते रहें, तभी तो हम जीतेंगे।

‘मोदी जी प्रचारमंत्री हैं, हमें नया प्रधानमंत्री चाहिए’: इससे पहले भी एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर निशाना साधा था, उन्होंने कहा कि मोदी जी प्रचारमंत्री हैं, हमें नया प्रधानमंत्री चाहिए। बाबा योगी किसी की नहीं सुनते हैं, उनसे जनता परेशान है, नोटबंदी और जीएसटी से अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। यह नोटबंदी और जीएसटी व्यापारियों के लिए नहीं बल्कि विदेशी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाई गई लेकिन अब इन्हें यहां से जाना होगा।

 

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