रोबोटिक सर्जरी से सर्जन की सटीकता और नियंत्रण बढ़ जाता है – डॉ. राजेश शर्मा
द विंची रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम पर सेमीनार का आयोजन, विशेषज्ञ ने बताई इस रोबोटिक सर्जरी की खूबियां
जोधपुर, 19 जनवरी। आईटीआई सर्किल स्थित एक निजी होटल में द विंची रोबोटिक सर्जिकल सिस्टम पर साइंटिफिक सेशन का आयोजन किया गया। जिसमें जयपुर से आए विशेषज्ञ एवं सीके बिरला हॉस्पीट्ल्स के मिनिमल एक्सेस, बेरियाट्रिक्स एण्ड जनरल सर्जरी के डायरेक्टर डॉ. राजेश शर्मा ने रोबोटिक तकनीक के फायदों और इसके द्वारा संभव होने वाली जटिल सर्जरियों के बारे में बताया।
सेमीनार में बड़ी संख्या में शहर के विशेषज्ञ सर्जन ने भाग लिया। उन्होंने सर्जरी के बारे में सवाल-जवाब भी किये। उन्होंने कहा कि तकनीकी क्रांति के दौर में यह सर्जरी एक नई क्रांति के साथ मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है।
अब इस सर्जरी से और भी बेहतर परिणाम होगें। इस नई तकनीक से कोलोरेक्टल सर्जरी, जनरल सर्जरी, गायनोकोलॉजी, यूरोलॉजी, कैंसर सर्जरी, बैरियाट्रिक सर्जरी की जा सकेंगी। परंपरागत सर्जरी के मुकाबले इस प्रकार की सर्जरी अधिक सुरक्षित, दर्द रहित और सटीक ऑपरेशन करने में काफी मददगार साबित हो रही है। इसमें कम रक्तस्त्राव के साथ तेजी से रिकवरी करने में भी मदद मिलती है। साथ ही ऑपरेशन में लगने वाला समय भी काफी हद तक कम हो गया है, जिसकी वजह से अब अधिक ऑपरेशन हो पा रहे हैं।
डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि इस तकनीक में रोबोट की मदद से सर्जरी करने से सर्जन की सटीकता और नियंत्रण बढ़ जाता है। सर्जरी के वक्त रोबोट सर्जन को सटीक जगह पर सर्जरी करने के लिए गाइड करता रहता है। उन्होंने इस प्रकार की सर्जरी के फायदे गिनाते हुए कहा कि यह दर्द रहित, सुरक्षित, तेजी से रिकवरी और बेहतर परिणाम देने वाली तकनीक है।
इसमें मरीज को छोटे चीरे लगाए जाते हैं, जिससे मरीज को दर्द कम होता है, इस प्रकार की सर्जरी में सर्जन की सटीकता और नियंत्रण बढ़ जाता है, जिससे जटिलताओं का खतरा कम होता है। इस सर्जरी के बाद मरीज जल्दी से ठीक हो जाते हैं और उनकी अस्पताल में रहने की अवधि कम होती है। साथ ही इस प्रकार की सर्जरी के परिणाम सटीक होते हैं और मरीजों को लंबे समय तक राहत मिलती है।
सीके बिरला हॉस्पिटल्स जयपुर के जीएम ग्रोथ एंड डेवलेपमेंट सचिन सिंह ने बताया कि हॉस्पिटल में मिनिमल इनवेसिव सर्जरी के क्षेत्र को ग्लोबल लीडिंग कंपनी इंटुएटिव की चौथी जनरेशन वाली अत्याधुनिक सिस्टम दा विंची सिस्टम का इस्तेमाल किया गया है। दा विंची सिस्टम में नए उन्नत उपकरण, ऑपरेशन के दौरान सर्जन को बेहतर नियंत्रण देने और अंदरूनी संरचना को मॉनिटर पर स्पष्ट दिखाने जैसी कई खूबियां हैं। सीके बिरला हॉस्पिटल में अब तक 300 से अधिक यह सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं।