बीकानेर. प्रदेश में गरीबों के राशन की किस तरह बंदरबांट हो रही है, इसका अंदाजा बीकानेर में हो रहे राशन घोटालों को देखकर लगाया जा सकता है। यहां कुछ उचित मूल्य दुकानदार महज आधार कार्ड दिखाने पर सरकारी गेहूं दे रहे हैं, जबकि ऐसा कोई नियम नहीं है।
आधार कार्ड देखकर राशन देने की शिकायतें जब अधिकारियों तक पहुंची तो वे भी हैरान रह गए। इसकी वजह जानने रसद अधिकारी मौके पर पहुंचे तो राशन घोटालों की परतें खुलनी शुरू हो गई। रसद विभाग ने शहर के वार्ड ३९ स्थित दो उचित मूल्य दुकानदारों के खिलाफ गरीबों के राशन का गबन करने और दूसरों के आधार कार्ड अन्य राशन कार्डों में लगाने के आरोप में व्यास कॉलोनी थाने में मामला दर्ज करवाया है। पहले भी एेसे दर्जनों मामले पकड़ में आ चुके हैं।
यूं करते थे फर्जीवाड़ा: वार्ड ३९ के उचित मूल्य दुकानदार पार्वती देवी और रामेश्वर चौधरी के राशन वितरण की जांच की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। दोनों दुकानदार क्षेत्र के लोगों से आधार कार्ड लेते और इनके नंबर दूसरों के राशन कार्डों में इंद्राज कर देते। इसके बाद जिन लोगों से आधार कार्ड लिए जाते उन्हें हर माह पोस मशीन में अंगूठा लगाने के लिए आधार कार्ड के साथ दुकान पर बुलाया जाता। अंगूठा लगाने और आधार कार्ड दिखाने मात्र से वे पांच किलो राशन दे दिया करते। रसद विभाग की जांच में खुलासा हुआ कि जिन लोगों को राशन बांटा जा रहा था, उनके राशन कार्ड भी नहीं बने हुए थे। साथ ही जिन लोगों के नाम राशन बंट रहा था, उन्हें इस बात की जानकारी तक नहीं थी कि उन्हें राशन मिलता भी है या नहीं।
पहले भी प्राधिकार पत्र निलंबित: विभाग की प्रवर्तन निरीक्षक सरोज बिश्नोई ने बताया कि पहले मिली शिकायतों के बाद पार्वती देवी का प्राधिकार पत्र निलंबित किया गया था। पार्वती का चार्ज रामेश्वर चौधरी को दिया गया, लेकिन रामेश्वर ने भी वहीं गड़बडि़यां करनी शुरू कर दी थी। सूत्रों के अनुसार राशन व्यवस्था की खामियों से हर माह हजारों टन गेहूं की कालाबाजारी हो रही है।
राशन वितरण पर नजर: १,८५,२५६ मैट्रिक टन गेहूं का वितरण अन्त्योदय, खाद्य सुरक्षा, बीपीएल तथा स्टेट बीपीएल सहित विभिन्न श्रेणी के उपभोक्ताओं को किया जाता है प्रदेश में हर महीने। ५,३०५ मैट्रिक टन राशन हर माह वितरित होता है बीकानेर जिले में।
कालाबाजारी करने वालों को नहीं छोड़ेंगे: राशन की कालाबाजारी करने वालों को बक्शा नहीं जाएगा। आधार कार्ड के दुरुपयोग के मामले सामने आने के बाद इसकी गहनता से जांच करवाई गई थी। शिकायतों का सत्यापन होने के बाद संबंधित दुकानदारों के खिलाफ थाने में रिपोर्ट लिखवाई गई है। राज्य सरकार से राशन वितरण के सॉफ्टवेयर में बदलाव करने के लिए पत्र लिखा गया है, ताकि दूसरों के आधार कार्ड का दुरुपयोग राशन कार्डों में नहीं हो सके।
–कुमार पाल गौतम, जिला कलक्टर, बीकानेर