विश्व की सबसे बड़ी तोप के निर्माण का दावा, वजन 4250 किलो
जोधपुर। हेल्पिंग हैण्डस् संस्था के फाउंडर और कारवां ग्रुप के निदेशक मोहम्मद रफीक कारवां ने विश्व की सबसे बड़ी तोप के निर्माण का दावा किया है। इस विशालकाय 58 फीट लम्बी तोप को वेस्ट स्क्रैप से बनाया गया है। इसकी लागत करीब 15 लाख रुपए आई है और इस तोप को बनाने में तीन महीने का समय लगा है।
मोहम्मद रफीक कारवां ने बताया कि उनका पुश्तैनी लोहा स्क्रैप का व्यवसाय है और उनके पिता हाजी अब्दुल रशीद को पूरे भारतवर्ष में स्क्रैप विशेषज्ञ के नाम से जाना जाता है।
उन्होंने बताया कि उनके पिता का सपना था कि कबाड़ के जुगाड़ से कुछ स्पेशल बनाया जाए। अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाते हुए रफीक कारवां ने अपने पुत्र फिरोज खान व भाई आमीन खान के साथ मिलकर 58 फीट लम्बी तोप की डिजाइन बनाई। इस तोप को बनाने से पहले कुछ छोटी साइज की तोपों का मॉडल बनाकर उसे टेस्ट किया।
इस तोप को बनाने में आयरन स्क्रैप मेटेरियल, पुराने ड्रम, पाइप, एंगल, पुराने वाहनों के पुर्जे, चैन, बियरिंग, मोटर पार्ट्स आदि का उपयोग किया गया है। इस तोप के व्हील (चक्का) की ऊंचाई 12 फीट, लंबाई 58 फीट और चौड़ाई साढ़े 15 फीट है। वहीं तोप का वजन लगभग 4250 किलो है। ये तोप फोल्डेबल है और इसे खोलकर अलग-अलग हिस्सों में बांटा जा सकता है। साथ ही किसी अन्य स्थान पर ले जाया जा सकता है।
इस तोप को बनाने में आमीन कारवां, फिऱोज़ खान, असलम शाह, शहजाद अली, मोहम्मद इक़बाल, अनवर, कमलेश भाई, सिकंदर शाह, अनीस, ढलजी का सहयोग रहा।
स्क्रैप से पर्यावरण को नहीं होगा नुकसान
उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय आरआरआर के फॉर्मूले से यानी वेस्ट मटेरियल के रिड्यूस, री यूज़, रीसायकल वाले फार्मूले से प्रदूषण के स्तर को काफी हद तक कम किया जा सकता है। स्क्रैप से किसी भी तरह के आइटम बनाने से पर्यावरण को होने वाले नुकसान को काफी कम किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस स्क्रैप को आरआरआर के फॉर्मूले से उपयोग में लेकर पर्यावरण का संरक्षण किया जा सकता है।http://Sancharsarthi.com