नई दिल्ली। डिफेंडिंग चैंपियन भारत का सैफ कप फुटबॉल प्रतियोगिता में रविवार को मालदीव से सामना होगा। टीम के कोच स्टीफन कांस्टेसटाइन ने कहा कि भारतीय टीम किसी भी मैच में फेवरेट टीम के तौर पर नहीं उतरेगी। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम युवा है और उनके पास अनुभव की कमी है और हमें अनुभवी टीमों के खिलाफ खेलना है। हम कह सकते हैं कि हमारे पास जीतने का अच्छा मौका है लेकिन मुझे नहीं लगता कि किसी मैच से पहले ये कहना कि भारत ही जीत के लिए फेवरेट है अच्छा होगा।
भारत को मालदीव के खिलाफ बंगबंधू नेशनल स्टेडियम में मैच खेलना है। इससे पहले भारत व मालदीव के बीच 18 मैच खेले जा चुके हैं जिसमें से भारत को 13 मैचों में जीत मिली जबकि मालदीव दो मैच जीतने में सफल रहा। इससे पहले सैफ कप चैंपियनशिप में वर्ष 2015-16 के सेमीफाइनल मैच में दोनों टीमों का मुकाबला हुआ था। इस मैच को भारत ने 3-2 से जीता था।
टीम के कोच कांस्टेस्टाइन ने कहा कि जब दो टीमों का मुकाबला होता है कि इतिहास इसमें कोई रोल अदा नहीं करता है। मैं एक ऐसा शख्स हूं जो इतिहास की तरफ ज्यादा नहीं देखता। हालांकि भारत ने मालदीव को 13 बार हराया है ये काफी अच्छा है लेकिन ये हमारे लिए कोई मायने नहीं रखता। रविवार को हम जिस मालदीव की टीम के खिलाफ मैदान पर उतरेंगे वो पूरी तरह से अलग है। यहीं नहीं भारतीय टीम में भी काफी कुछ बदल चुका है। जिस टीम ने आखिरी बार मालदीव के खिलाफ खेला था अब वो भारतीय पूरी तरह से बदल चुका है। भारत ने मालदीव को क्या एक ही टीम के साथ 13 बार हराया है। मालदीव की बात करें तो वो श्रीलंका के खिलाफ पहला मैच खेल चुका है और ये मैच ड्रॉ रहा था। अब मालदीप की टीम भारत को हराकर पूरे अंक हासिल करना चाहेगी जिससे कि वो सेमीफाइनल तक पहुंच सके।
वहीं श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम के लिए डेब्यू करने वाले खिलाड़ी फारूख चौधरी का कहना है कि टीम के उपर कोई दबाव नहीं है। हम पर कोई दबाव नहीं है और मैंने अपने पहले मैच के हर पल का लुत्फ उठाया।