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संतों की संगति परम सुखदायी : रंगनाथाचार्य

आरा। प्रखंड के वैशाडीह गांव स्थित तोताद्रि मठ वेंकटेश्वर धाम के महंत रंगनाथाचार्य जी महाराज ने कहा कि मानव तन ईश्वर की कृपा से प्राप्त होता है, पर जीने की कला साधु संतों की संगति में रहने से प्राप्त होती है। महंत ने ये उद्गार यहां आयोजित 12 दिवसीय श्री कृष्ण जन्मोत्सव अनुष्ठान के आठवें दिन अपने प्रवचन के दौरान व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि संतों की संगति परम सुखदायी होती है। संत महात्माओं की संगति में रहने वाले आध्यात्मिक सुख प्राप्त कर परम आनंद की अनुभूति करते हैं। जिनको परमानन्द की अनुभूति हो जाती है, उसका जीवन कृतार्थ हो जाता है। आध्यात्मिक सुख के आगे संसारिक सुखों की महत्ता नहीं रह जाती है। श्री कृष्ण जन्मोत्सव अनुष्ठान में शामिल होने के लिए विभिन्न तीर्थ स्थलों से आए स्वामी चक्रपाणि जी महाराज, स्वामी अनन्ताचार्य जी महाराज, स्वामी कौशलेन्द्राचार्य जी महाराज, स्वामी चंद्र भूषणाचार्य जी महाराज, स्वामी विस्वक सेनाचार्य जी महाराज सहित अन्य साधु महात्माओं का प्रवचन सुनने व उनके दर्शन के लिए नित्य भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए स्थानीय स्वयंसेवी अमरीश उपाध्याय, नीलेश्वर उपाध्याय, वेंकटेश उपाध्याय, गुप्तेश्वर उपाध्याय सहित अन्य ग्रामीण भरपूर सहयोग कर रहे हैं।

Shamsul Azam
Author: Shamsul Azam

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