आवश्यक सामग्री : – बेसन – 1 कप (125 ग्राम, पाउडर चीनी – आधा कप (125 ग्राम), देशी घी या वेजिटेबल घी- आधा कप ( 125 ग्राम ), बेकिंग पाउडर – आधा छोटी चम्मच, छोटी इलाइची – 4-5, पिस्ते – 4-5
विधि :- छोटी इलाइची को छील कर कूट कर पाउडर बना लीजिये. पिस्ते को पतले पतले बारीक काट लीजिये. घी को पिघला लीजिये। बेसन और चीनी को मिक्स कर लीजिये, बेकिंग पाउडर और छोटी इलाइची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिक्स होने तक मिक्स कर लीजिये। पिघला घी रूम तापमान पर, 2-3 चम्मच प्याली में बचाते हुये, बेसन मिक्स में डालिये और हाथ से अच्छी तरह मिलाते हुये नरम गुथा हुआ आटा जैसा होने तक तैयार कर लीजिये, आटा अच्छी तरह गुथ गया है तो उसमें बचा हुआ घी मत मिलाइये।
भारी और समतल तले का बर्तन गैस पर रखिये, 300 – 400 ग्राम नमक डाल कर तले में एक जैसा फैला लीजिये, बीच में एक जाली स्टेन्ड रख दीजिये जिसके ऊपर नानखताई की प्लेट रखेंगे, और धीमी गैस पर बर्तन को ढककर गरम होने दीजिये, जब तक बर्तन गर्म होता है, तब तक नानखताई बनाकर प्लेट में लागा लीजिये। प्लेट में घी डालकर चारों ओर लगाकर चिकना कीजिये। डोह से थोड़ा सा डोह निकाल कर दोनों हाथों से गोल कीजिये, गोले को एक हथेली पर रखकर दूसरी हथेली से हल्का सा दबा कर चपटा कर दीजिये, और ट्रे में रखिये, इसी तरह से सारी नानखताई बना कर ट्रे में थोड़ी थोड़ी दूर पर लगा लीजिये। ट्रे या प्लेट के भरने पर प्लेट को जो बर्तन गैस पर अब गरम हो चुका उसमें जाली स्टेन्ड के ऊपर रख दीजिये, बर्तन को ऊपर से अच्छी तरह ढक दीजिये।
धीमी गैस पर नानखताई को 15 मिनिट तक बेक होने दीजिये, 15 मिनिट बाद नानखताई को चैक कीजिये, नानखताई अच्छी तरह फूल गई है, और नीचे की ओर से हल्की सी ब्राउन हो गई है तब वह बेक हो गई है, अगर वह बिलकुल भी नीचे की ओर से ब्राउन नहीं हुई है तब उसे और 3-4 मिनिट के लिये धीमी गैस पर और बेक होने दीजिये. अब नानखताई को चैक कीजिये, नानखताई बेक होकर तैयार हो गई है, नानखताई को बेक होने में 15-20 मिनिट लग जाते हैं। नानखताई ठंडी होने के बाद प्लेट से निकाल कर किसी प्याले या दूसरी प्लेट में रख लीजिये, बहुत स्वादिष्ट और अच्छी नानखताई बनकर तैयार है। नानखताई पूरी तरह ठंडी होने के बाद, एअर टाइट कन्टेनर में भर कर रख लीजिये और 2 माह से भी अधिक दिनों तक रख कर खाते रहिये।
सुझाव : नानखताई को बेसन से , बेसन और मैदा मिलाकर, बेसन और सूजी मिलाकर, बेसन, मैदा और सूजी मिलाकर या अकेले मैदा से, मैदा और सूजी मिलाकर अपने पसन्द के अनुसार बनाया जा सकता है। गुंथे हुये आटे में अगर थोड़ा घी अधिक है तो नानखताई, फूलने के वजाय चपती पतली सी बनेगी, थोड़ा बेसन मिलाकर गुंथे हुये आटे को सही किया जा सकता है। अगर गुंथे हुये आटे में घी मात्रा थोड़ी कम है तब नानखताई में क्रेक आ जाते हैं तो थोड़ा सा घी मिलाकर गुंथे हुये आटे को ठीक किया जा सकता है।