लोक प्रसारक प्रसार भारती ने खर्च में कटौती को लेकर ऑल इंडिया रेडियो का राष्ट्रीय चैनल और 5 शहरों में क्षेत्रीय प्रशिक्षण अकादमी को बंद करने का फैसला लिया है। इस संबंध में 3 जनवरी को ही प्रसार भारती की ओर से एक पत्र जारी किया गया था।
ऑल इंडिया रेडियो के राष्ट्रीय चैनल पर शाम 6 से सुबह 6 बजे तक कार्यक्रम प्रसारित होते थे। शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक प्रसारित होने वाले राष्ट्रीय चैनल की शुरुआत 1987 में शुरू हुई थी। राष्ट्रीय चैनल के अलावा अहमदाबाद, हैदराबाद, लखनऊ, शिलांग और तिरुवनंतपुरम में स्थित क्षेत्रीय प्रसारण एवं मल्टीमीडिया अकादमी (आरएबीएम) को भी बंद करने का फैसला लिया गया है।
नेशनल चैनल के कार्यक्रमों को नागपुर, कोलकाता, और दिल्ली के केंद्र में स्थित एक मेगावट ट्रांसमीटर और बंगलौर और अलीगढ़ में स्थित दो शॉर्ट वेव ट्रांसमीटरों द्वारा प्रसारित किया जाता था। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट की मानें तो 1988 में नागपुर में मीडियम वेव ट्रांसमीटर लगाने की लागत 10.74 करोड़ थी।
बंद होने वाले राष्ट्रीय चैनल से राष्ट्रीय मुद्दों पर बातें होती थीं और इन पर हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी में कई तरह के प्रोग्राम प्रसारित होते थे। ये कार्यक्रम खासतौर परमजदूरों, किसानों, सैनिकों, ड्राइवरों और छात्रों के लिए प्रसारित किए जाते थे। प्रसार भारती के इस फैसले का असर चैनल के कर्मचारियों पर पड़ेगी, हालांकि जानकारों के मुताबिक स्थायी कर्मचारियों को बाहर नहीं किया जा सकेगा, लेकिन अनुबंध के आधार पर नियुक्त होने वाले कर्मचारियों की नौकरी खतरे में है।
प्रसार भारती के एक पूर्व कर्मचारी के मुताबिक नेशनल चैनल प्रोग्रामिंग, तकनीकी और प्रशासनिक जैसे विभिन्न विभागों में लगभग 15-200 आकस्मिक कर्मचारियों को नियुक्त करता है। यदि ट्रांसमीटर केंद्रों पर काम करने वाले कर्मचारियों को भी गिना जाता है, तो आकस्मिक कर्मचारियों की संख्या 200 से अधिक हो जाती है।