उमराव बेन कासम भाई स्मृति चैरिटेबल ट्रस्ट की पूर्व अध्यक्षा कादरी की तीसरी पुण्य तिथि पर खिराजे अकीदत पेश की गई
जोधपुर। अच्छे लोगों की यादें बाकी रह जाती है। आमजन की निः स्वार्थ सेवा करने वाले जनसेवक यों तो दुनिया से हमेशा के लिए चले जाते हैं मगर जाने के बाद भी लोगों के दिलों में उनकी यादें सदैव के लिए अमर हो जाती है। ये विचार उमराव बेन कासम भाई मेमोरियल चेरिटेबल ट्रस्ट की पूर्व अध्यक्षा जीनत कादरी की तीसरी पुण्य तिथि के अवसर पर आयोजित खिराजे अकीदत (श्रद्धांजलि) कार्यक्रम में ट्रस्ट के सचिव ने व्यक्त किए। ज्ञातव्य रहे की श्रीमती जीनत कादरी का निधन कोरोना काल में पीड़ितों की सेवा करते करते हो गया था। उन्होंने अपनी आखरी सांस तक समाजसेवा के जज्बे को कायम रखा।
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ट्रस्ट के अध्यक्ष मोहद्दिस सुबहानी ने बताया कि 11 से 13 अक्टूबर तक तीन दिवसीय श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शुक्रवार को दारुल उलूम अशफाकिया में कुरआन ख्वानी कर खिराजे अकीदत पेश की गई। उनकी कब्र पर अकीदत के फूल पेश कर मगफिरत की दुआ की गई। उन्होंने बताया कि इस अवसर पर गरीब बस्ती में कपड़े और भोजन वितरित किए गए। निःशुल्क चिकित्सा शिविर, कबीर नगर में मोहम्मद यासीन फारूकी के नेतृत्व में सुकन्या समृद्धि योजना के खाते खोलने और आधार पंजीयन व अपडेट शिविर आयोजित किए गए। भारतीय डाक विभाग के सहयोग से आयोजित शिविर में आमजन लाभान्वित हुवा ।
जीनत कादरी की खिराजे अकीदत के विभिन्न कार्यक्रमों में फारूक अहमद, मोहम्मद यासीन फारूकी, मोहम्मद मोइनुद्दीन, आरिफ उल्लाह खान, मोहम्मद रफीक, कैलाश शर्मा, गणेश, इरफान टाक, एजाज सैय्यद, हाकम खान, सिराज खान, वसीम पीरजादा, फैजान पीरजादा, जुबीन कादरी, नायब कादरी, जाकिर मास्टर, आरिफ कुरेशी इत्यादि उपस्थित रहे।