नई दिल्ली, पीटीआइ। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) ने आइपीएल मामले के वास्तविक याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा के बेटे लखन राजा को बिना स्वीकृति के कथित तौर पर अनाधिकृत टूर्नामेंट और कॉरपोरेट टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पर दो साल के लिए निलंबित कर दिया है।
लखन ने किसी अन्य राज्य की ओर से खेलने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) भी मांगा था, लेकिन बीसीसीआइ ने इस खिलाड़ी को एनओसी भी नहीं देने का फैसला किया। वर्मा ने आरोप लगाए कि बीसीए सचिव रवि शंकर प्रसाद ने उनकी आपस की प्रतिद्वंद्विता में उनके बेटे को ‘बलि का बकरा’ बनाया है।
वर्मा गैर मान्यता प्राप्त क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) के सचिव हैं, जबकि बीसीसीआइ ने राज्य क्रिकेट के संचालन के लिए बीसीए को मान्यता दी। वर्मा ने बुधवार को कहा, ‘मेरा बेटा इंडिया सीमेंट्स के लिए हैदराबाद क्रिकेट लीग में खेला और अचानक उसे निलंबन पत्र सौंप दिया गया कि उसने खेलने से पहले बीसीए से स्वीकृति नहीं ली। उसे कारण बताओ नोटिस भी नहीं दिया गया और सीधे निलंबित कर दिया गया, जो नैसर्गिक न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन। मैंने इस गैरकानूनी निलंबन के खिलाफ पहले ही दायर करा दिया है।’
लखन ने जब किसी और राज्य से खेलने के लिए बीसीसीआइ से एनओसी मांगा तो क्रिकेट संचालन महाप्रबंधक सबा करीम ने कहा कि घरेलू राज्य से स्वीकृति नहीं मिलने तक बोर्ड भी उन्हें जरूरी स्वीकृति नहीं दे सकता। लखन को बीसीए ने आगामी दो घरेलू सत्र के लिए निलंबित किया है