अलवर जिले के थानागाजी थाना इलाके में महिला से हुए गैंगरेप प्रकरण में पुलिस अधीक्षक पर गाज गिर गई है. राज्य सरकार ने पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को मंगलवार रात को एपीओ कर दिया है. कार्मिक विभाग ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं. आईपीएस अंशुमान को अलवर का नया पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है. इससे पहले दिन में थानागाजी थानाप्रभारी सरदार सिंह को निलंबित किया जा चुका है. सीएम अशोक गहलोत ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त एवं शीघ्र कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
सीएम अशोक गहलोत ने सामूहिक दुष्कर्म के मामले की कड़ी निंदा करते हुए इसमें लिप्त अपराधियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. सीएम गहलोत ने कहा कि पुलिस द्वारा किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता पाई जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. सरकार महिला सुरक्षा के प्रति पूर्णतया प्रतिबद्ध है. उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को इस ओर विशेष ध्यान देने के लिए निर्देशित किया है.थानाप्रभारी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है
उल्लेखनीय कि यह मामला सामने आने पर मंगलवार को दोपहर में पुलिस महानिदेशक कपिल गर्ग ने प्रेसवार्ता कर प्रकरण पर मीडिया को अपडेट दिया था. गर्ग ने बताया कि मामले में पांच आरोपियों को नामजद किया गया है. इनमें से एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. शेष आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की 14 टीमों को लगाया गया है. उसके बाद पुलिस महानिदेशक ने मामले में शुरुआती कार्रवाई में देरी करने के कारण थानाप्रभारी को निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए थे.
26 अप्रैल का है मामला
महिला के साथ गैंगरेप और अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने का यह मामला 26 अप्रैल का है. 2 मई को थानागाजी थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई तब की जब सोमवार को अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए.
भरतपुर में भी हुई शर्मनाक वारदात
उधर, इस वारदात के बाद मंगलवार को भरतपुर में भी ऐसा ही शर्मनाक मामला सामने आया है. यहां बयाना इलाके में नाबालिग लड़की को घर में अकेला पाकर उसे अगवा कर लिया गया और बाद में जंगल में उससे गैंगरेप किया गया.