राजस्थान के ओमप्रकाश मिठारवाल ने निशानेबाजी के वर्ल्डकप की 50 मीटर पिस्टल राउंड में जीता गोल्ड
जयपुर. भारतीय निशानेबाज ओमप्रकाश मिठारवाल ने मंगलवार को चांगवान में चल रही निशानेबाजी की विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हालिस किया। मिठारवाल ने पुरुष 50 मीटर पिस्टल चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया है। बताया जा रहा है कि ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय हैं।
564 अंकों के साथ पहला स्थान प्राप्त कियामिठारवाल ने 50 मीटर पिस्टल चैंपियनशिप के फाइनल राउंड में 564 अंक के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। इससे पहले मिठारवाल ने कॉमलवेल्थ गेम्स में 50 मीटर और 10 मीटर पिस्टल राउंड में कांस्य पदक हासिल किया था।
बचपन में गुलेल से निशाना लगाते थे ओमप्रकाशओमप्रकाश के परिजनों एवं ग्रामीणों के मुताबिक 15 अगस्त 1995 को जन्मे ओमप्रकाश ने कक्षा 10 तक की शिक्षा गांव में ही प्राप्त की। इसके बाद कॅरिअर बनाने के उद्देश्य से सीकर में एक निजी स्कूल में कक्षा 12वीं साइंस-मैथ्स से उत्तीर्ण की। वर्ष 2013 में सेना में भर्ती हो गए। इसी दौरान दिल्ली में प्रशिक्षण में निशानेबाजी का अभ्यास किया। बचपन में गुलेल से निशाने लगाने के खेल से आगे बढ़ने वाले ओमप्रकाश ने सेना में रहते हुए विश्वकप भी जीता।
4 साल पहले शूटिंग गेम्स की एबीसीडी तक नहीं जानते थेसीकर में साल 2014 में सेना भर्ती हुई थी। इसमें ओमप्रकाश का सिलेक्शन हुआ। सेना में हथियार चलाने की ट्रेनिंग में जल्द अच्छा करने लगे थे। उस वक्त तक शूटिंग को लेकर ज्यादा जानकारी नहीं थी। इसके बाद शूटिंग के बारे में जानकारी जुटाई। सेना के अफसरों को बताया। धीरे-धीरे प्रैक्टिस शुरू की। अब तक का सफर बेहद अच्छा रहा है।