देश-विदेश

मोहाली के डायमंड कारोबारी से 22.80 करोड़ रुपये की ठगी

मोहाली(18अप्रैल2019)। मोहाली फेज-5 के एक नामी डायमंड कारोबारी से देश के विभिन्न हिस्सों में डायमंड के गहनों की प्रदर्शनी लगाने और विदेश से डायमंड मंगवाने के नाम पर 22.80 करोड़ रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। थाना फेज-एक की पुलिस ने इस मामले में कारोबारी की शिकायत पर छह लोगों पर केस दर्ज किया है। इसमें तीन महिलाएं शामिल हैं। आरोपियों की पहचान अशोक मित्तल, पत्नी चेतना मित्तल, बेटी अदिति मित्तल, बेटा अर्पित मित्तल, राज रानी मित्तल व विनोद मित्तल के रूप में हुई है। आरोपी दिल्ली और पंचकूला के रहने वाले हैं। आरोपियों पर विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है। सभी आरोपी फरार हैं। पुलिस का दावा है कि आरोपी जल्द काबू कर लिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार आरोपियों के घर और शोरूमों पर ताले लगे हैं। बताया जाता है कि आरोपियों ने ट्रिपल ए ट्रेडिंग कंपनी, डी एंड ए और अरावली नाम से कंपनियां खोली थी। यह कंपनियां मनीमाजरा में एक नामी होटल के पास थी। वहां ताला लगा है। इनमें पंचकूला में दो मकान और एक फ्लैट है। वहां भी कोई नहीं है। वहीं, पता चला है कि आरोपियों पर हिमाचल पंजाब, हरियाणा में करीब 16 केस दर्ज है।
इस संबंध में पुलिस को दी गई शिकायत में विकास वालिया ने बताया है कि वर्ष 1997 से फेज-5 में अनमोल रत्न ज्वेलर्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से कारोबार कर रहे हैं। मुंबई में भी उनका कारोबार है। उन्होंने बताया कि वह सबसे पहले आरोपियों से किटी पार्टी में मिले थे। इस दौरान उनके साथ उनकी दोस्ती हो गई। आरोपियों ने अपने आपको बड़े रसूखदार व बिजनेस परिवार से बताया। इसके बाद दोनों में दोस्ती गहरा गई।
ऐसे फंसाया अपनी चाल में
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने उनसे कहा कि वह विदेशों से बढ़िया क्वालिटी के हीरे मंगवा देंगे। विकास ने बताया कि आरोपियों ने शुरू में ऐसा किया भी। इसके बाद जब उनका उन पर विश्वास जम गया है तो उन्होंने आरोपियों को 13 करोड़ रुपये दे दिए। इसके बाद वह उसे हर बार सामान के बारे में पूंछने पर टाल मटोल करते रहे। काफी समय तक ऐसा चलता रहा । उनको न तो हीरे मिले और न उनके करोड़ों रुपये।
चलती एग्जिबिशन दिखाई
उन्होंने कहा कि आरोपियों ने उनको बताया कि अदिति मित्तल फैशन डिजायनर है। जो देश के फाइव स्टार होटल में एग्जीबिशन लगाती है। उन्होंने बताया कि अदिति और चेतना मित्तल ने दिल्ली के ताज और अशोका होटल में उस समय एग्जीबिशन लगाई थी। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके पास देश के काफी नामी लोग आते हैं। जबकि उनका मेन्यूफैक्चरिंग और होलसेल का काम हैं। ऐसे में उसे बढ़िया लोगों की आवश्यकता है। ऐसे में प्रदर्शनी में डायमंड भेजने के लिए तैयार हो गया था।
ऐसे बनाया आरोपियों ने शिकार
विकास वालिया ने बताया कि जब आरोपियों ने उसे अपनी बातों में फंसाया तो पहले प्रदर्शनियों में बिके सामान के करोड़ों के बिल दिखाए। इसके बाद एग्जीबिशन लगाने के लिए नौ करोड़ का सामान उधार लिया। इसके बाद जब उन्होंने अपने पैसे मांगे तो आरोपियों ने कहा कि सामान बिका नहीं है। ऐसे में अब जयपुर में एग्जीबिशन लगाएंगे। कुछ समय बाद जवाब आया कि जयपुर की एग्जीबिशन में सारा सामान बिक गया है। 90 दिन में आपको पेमेंट मिल जाएगी। लेकिन न तो उनको पेेमेंट की गई और न सामान दिया गया।

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