भारत बंद: ट्वीट कर पीएम मोदी पर बरसे तेजस्वी, बिना नाम लिए पप्पू यादव को ये कहा..
पटना [जेएनएन]। कांग्रेस की अगुवाई में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ आज विपक्षी पार्टियों ने भारत बंद कराया है। इस दौरान बिहार की राजधानी पटना सहित लगभग सभी जिलों में बंद का व्यापक असर देखा जा रहा है। सबसे ज्यादा असर पटना में है, यहां तमाम मुख्य विपक्षी पार्टियों के नेता और कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं।
दोपहर बारह बजे के बाद सड़क पर उतरे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कार्यकर्ताओं के साथ पैदल मार्च किया। इससे पहले उन्होंने ट्वीट कर केंद्र की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। तेजस्वी ने ट्वीट कर पीएम मोदी पर तंज कसा और कहा कि तेल न मिठाई, चूल्हे धरी कड़ाही।
वहीं, तेजस्वी ने बिना नाम लिए पप्पू यादव पर भी जमकर निशाना साधा और कहा कि बीजेपी फ़ंड से नकारात्मक राजनीति करने और नारी सम्मान के नाम पर महिला अधिकारियों को प्रताड़ित करने वाले कुछ एजेंट जो नेता कम अभिनेता ज़्यादा है बिना बुलाए बंद में शामिल होकर बीजेपी के इशारों पर सरकारी संपति की तोड़फोड़ कर बिहार को बदनाम कर रहे है ताकि बीजेपी से और ज़्यादा फ़ंड मिलें।
बीजेपी फ़ंड से नकारात्मक राजनीति करने और नारी सम्मान के नाम पर महिला अधिकारियों को प्रताड़ित करने वाले कुछ एजेंट जो नेता कम अभिनेता ज़्यादा है बिना बुलाए बंद में शामिल होकर बीजेपी के इशारों पर सरकारी संपति की तोड़फोड़ कर बिहार को बदनाम कर रहे है ताकि BJP से और ज़्यादा फ़ंड मिलें।
पेट्रोल-डीज़ल और गैस की क़ीमतों पर मोदी जी कहते थे। मैं यह कर दूंगा, वो कर दूंगा, आकाश को धरती पर ला दूंगा। क्या हुआ मोदी जी? आप तो तेल की क़ीमतों को ही आकाश पर ले गए। अब कह रहे है 2022 तक कर दूंगा। जो लोग कहते थे ‘मोदी जी आएँगे, विकास लाएँगे’ वो अब कहाँ है??तेल देखो तेल की क़ीमतों की धार देखो।ग़रीबों की छाती पर,
अमीरों का विकास देखों।मैं तो कहता हूं मोदी जी,
“तेल न मिठाई, चूल्हे धरी कड़ाही”।
जो लोग कहते थे ‘मोदी जी आएँगे, विकास लाएँगे’ वो अब कहाँ है?
तेल देखो तेल की क़ीमतों की धार देखो।
ग़रीबों की छाती पर, अमीरों का विकास देखो।
इससे पहले रविवार को तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी निशाना साधा था और ट्वीट कर पूछा था कि क्या बिहार को ये डरावने दिन दिखाने के लिए ही नीतीश कुमार जी दिन-दहाड़े बीजेपी के साथ भागे थे। अगर मैं ग़लत था और उन्हें अपने चेहरे पर इतना गुमान था तो विधानसभा भंग कर चुनाव में जाते। मुख्यमंत्री जी, जनादेश अपमान के एवज में भाजपा के साथ हुई अपनी गुप्त डील को सार्वजनिक करें।