परिवार व समाज के उत्थान में महिलाओं की अहम भूमिका: बिंदु टाक
अखिल भारतीय श्री टाक महासभा की दो दिवसीय महिला संगोष्ठी आयोजित
जोधपुर। अखिल भारतीय श्री टाक महासभा की दो दिवसीय महिला संगोष्ठी का आयोजन घुघरा घाटी टाक ग्लोबल एकेडमी अजमेर में आयोजित की गई। दो दिवसीय महिला संगोष्ठी को लेकर सर्वप्रथम मां शारदे के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर पीहू टाक ने सरस्वती वंदना के साथ ही कार्यक्रम का आगाज किया। इस महिला संगोष्ठी कार्यक्रम में महिलाओं का स्वागत किया गया।
मारवाड़ क्षेत्रीय महिला जोधपुर अध्यक्ष बिंदु टाक ने अपने संबोधन में कहा कि इस संगोष्ठी में सामाजिक कुरीतियों को दूर करने पर चर्चा की गई, जिससे कि सामाजिक बुराईयों पर अंकुश लगाया जा सके और महिलाओं की राजनीति में भागीदारी, समाज में टूटते हुए घरेलू रिश्तों को मजबूत करना जैसी सामाजिक कुरीतियों पर चर्चा की गई। बिंदु टाक ने कहा कि महिलाएं आज किसी भी काम में पुरूषों से कम नहीं है। समाजसेवा के क्षेत्र में भी महिलाएं आगे आई हैं और उन्होंने मुकाम हासिल किए हैं, इसलिए हमें उन्हें कम नहीं आंकना चाहिए। मारवाड़ अध्यक्ष बिंदु टाक ने महिलाओं को कहा कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी दें, परिवार बच्चों की प्रथम पाठशाला होती हैं, बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए मां-बाप ही अच्छे संस्कार देते हैं, जिससे बच्चे अच्छे मुकाम तक पहुंच जाते हैं।
मौके पर टाक समाज के गोल्ड मेडलिस्ट छात्र छात्राओं और वरिष्ठ नागरिक महिलाओं को मंच पर सम्मानित किया। मंच संचालन मारवाड़ क्षेत्र अध्यक्ष बिंदु टाक ने किया। इसी मौके पर केंद्रीय अध्यक्ष वीरद्र कुमार टाक बेंगलुरु, केंद्रीय महामंत्री रामरतन टाक, केंद्रीय महिला अध्यक्ष मंजू टाक, मारवाड़ क्षत्रिय अध्यक्ष राजेंद्र टाक बोरुंदा, कांवरीलाल टाक, हाडोती अध्यक्ष अनिल टाक, अंजलि टाक पूनम टाक, इंदु टाक दुर्गा टाक, इंदुबाला टाक, डॉक्टर भारती टाक, कल्पना टाक सहित 19 क्षेत्रों से अलग-अलग महिलाओं ने कार्यक्रम में भाग लिया एवं 19 क्षेत्रों की अध्यक्ष महिला अध्यक्ष ने अपना संपूर्ण योगदान दिया।
वहीं टाक समाज की महिला संगोष्ठी शर्मिला टाक बेंगलुरु के नेतृत्व में आयोजित की गई। इस अवसर पर महिला संगोष्ठी के मंच को संबोधित करते हुए किशनगढ़ अध्यक्ष अनीता टाक ने कहा कि समाज में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो, तभी टाक समाज आगे बढ़ेगा और टाक समाज की महिलाओं को अपने क्षेत्र में अपनी मौजूदगी का एहसास कराने से पीछे नहीं हटना चाहिए। महिलाओं ने विषम परिस्थितियों में भी समाज को नई दिशा प्रदान की है।
रतलाम अध्यक्ष मिताली टाक ने महिलाओं को संबोधित करते हुए भी कहा कि महिलाएं परिवार बनाती है, परिवार घर बनाता है, घर समाज बनाता है और समाज ही देश बनाता है। इसका सीधा सीधा अर्थ यही है कि महिला का योगदान हर जगह है। महिला की क्षमता को नजरअंदाज करके समाज की कल्पना करना व्यर्थ है। शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के बिना परिवार, समाज और देश का विकास नहीं हो सकता।