तमिलनाडु काडर के आईएएस अधिकारी सी उमाशंकर को चुनावी ड्यूटी से हटाया
एमपी की चुनावी ड्यूटी से हटाए गए ‘हीलिंग टच’ देने वाले तमिलनाडु काडर के आईएएस
चुनाव आयोग ने तमिलनाडु काडर के आईएएस अधिकारी सी उमाशंकर को मध्य प्रदेश के सीधी जिले में पर्यवेक्षक बनाकर भेजा था। यहां उनके हीलिंग टच के क्रियाकलाप के चलते उन्हें हटा दिया गया है। चुनाव आयोग ने कहा कि उन्होंने 2009 बैच के आईएएस अधिकारी को इससे पहले हीलिंग टच ऐक्टिविटी के चलते चेतावनी जारी की थी लेकिन उन्होंने इसे बंद नहीं किया जिसके बाद उनके खिलाफ ऐक्शन लिया गया है।
आईएएस को लेकर दूर-दूर तक यह खबर फैल गई थी कि उनके हीलिंग टच से हर तरह का दर्द खत्म हो जाता है। जिसके बाद उनके आवास पर लोगों की भीड़ जमा होने लगी। वह हीलिंग टच में समय देने लगे। रविवार को आयोग द्वारा हटाए जाने के बाद भी आईएएस के आवास के बाहर लोगों को हीलिंग टच के लिए लंबी लाइन लगी रही।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वीएल कांता राव ने बताया कि आईएएस सी उमाशंकर के खिलाफ चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी गई थी जिसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में जब आईएएस सी उमाशंकर से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि इस मामले में वह कुछ नहीं कहना चाहते हैं। जो कुछ पूछना है चुनाव आयोग से पूछें।
भ्रष्टाचार के खिलाफ धर्मयुद्ध लड़ने वाले सी उमाशंकर ने ई गवर्नेंस में फ्री सॉफ्टवेयर को लेकर पहल की थी। वह हिंदू दलित परिवार में जन्मे थे लेकिन बाद में उन्होंने क्रिस्चन धर्म अपना लिया। 2015 में तमिलनाडु सरकार ने उन्हें अपने धर्म का प्रचार बंद करने को लेकर आदेश जारी किया था। इसके बाद बहस उठी थी कि एक सिविल सर्विसेस का अधिकारी इस तरह से किसी एक धर्म का प्रचार प्रसार कर सकता है?
सूत्रों की मानें तो सी उमाशंकर 1 अप्रैल को सीधी आए थे। यहां आने के बाद यहां के जिला अस्पताल में हीलिंग टच देने लगे। हॉस्पिटल के सिविल सर्जन डॉ. एसबी खरे ने बताया कि पिछले हफ्ते आईएएस अधिकारी अस्पताल में इलाज के लिए आए थे। उन्हें सिर दर्द था। कुछ और मरीज भी यहां मौजूद थे। वह मरीजों को आशीर्वाद और कुछ इलाज देने लगे। उन्होंने ऐसा दो-तीन मरीजों के साथ किया। जब डॉक्टरों ने उन्हें जाकर आराम करने को कहा तो भीड़ ने उन्हें रोक लिया।