अजमेर(संचार सारथी). महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह का मार्बल से बना हूबहू मॉडल शुक्रवार को दरगाह कमेटी को सौंपा गया। गुजरात के एक अकीदतमंद मनीष पटेल ने मॉर्बल का करीब 100 किलो वजनी खूबसूरत मॉडल बनवाया है। उन्होंने अपनी मन्नत पूरी होने की खुशी में शुक्रवार को अजमेर स्थित दरगाह पहुंचकर यह मॉडल दरगाह कमेटी को सौंपा। अब दरगाह कमेटी दरगाह में उपयुक्त स्थान पर इस मॉडल को लगाएगी।
मकराना में आर्टिस्ट को 11 महिने लग गए दरगाह का मॉडल तैयार करने में
1. मनीष पटेल ने कहा कि उन्होंने कोई मन्नत मांगी हुई थी और इस मन्नत के ऋण के तौर पर यह मॉडल बनवाया है। इसके बनने में करीब 11 महीने लग गए। राजस्थान के मकराना के आर्टिस्ट दीपक शर्मा की अगुवाई में उम्दा कारीगरों ने इसे बनाया है। करीब 9 बाई 4 फीट लंबे और चौड़े इस मॉडल में दरगाह के निजाम गेट से लेकर पीछे झालरा तक का पूरा एरिया कवर किया गया है।
2. दरगाह में जो भी इमारतें हैं उन्हें भी उन स्थानों पर बनाया गया है। निजाम गेट, शाहजहानी गेट, बुलंद दरवाजा, सहन चिराग, महफिल खाना, लंगर खाना, शाहजहानी मस्जिद, संदली मस्जिद, गुंबद शरीफ, अहाता ए नूर, अर्काट का दालान, मकबरा और झालरा सब इसमें दिखाए गए हैं। मनीष ने बताया कि उर्स के मौके पर इस नायाब चीज को भेंट करना चाहते थे, लेकिन यह तैयार नहीं हो सका।
3. इस मौके पर अंजुमन सैयदजादगान के सदर मोईन हुसैन चिश्ती, सचिव सैयद वाहिद हुसैन अंगाराशाह, संयुक्त सचिव मुसब्बिर हुसैन, उपाध्यक्ष सैयद तौफीक चिश्ती, अंजुमन शेखजादगान के उपाध्यक्ष माजिद चिश्ती, सचिव शफीक उर रहमान चिश्ती, दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान, खादिम सैयद अफसान चिश्ती, जिला क्रिकेट संघ के अध्यक्ष इलियास कुरैशी सहित कई गणमान्य लोग मौजूद थे।
मनीष ने ढाई लाख रुपए का डोनेशन दिया, दरगाह में ही रखा जाएगा यह मॉडल
4. मनीष पटेल ने दरगाह कमेटी द्वारा तैयार कराई जा रही ख्वाजा गरीब नवाज यूनिवर्सिटी के लिए ढाई लाख रूपए का चेक भेंट किया। दरगाह कमेटी के सदर अमीन पठान ने मनीष पटेल और उनके परिवार जनों का आभार व्यक्त किया। अंजुमन पदाधिकारियों के आग्रह के बाद इसे दरगाह में ही सहन चिराग के आसपास ही जायरीन के जियारत के लिए रख पाया जाएगा।
11 महीने लगे तैयारी में
5. आर्टिस्ट दीपक शर्मा ने बताया कि उनके साथ अब्दुल सलाम, सिकंदर अली और मोहसिन अली ने इस मॉडल को तैयार करने में करीब 11 महीने का समय लगाया। बड़ी सावधानी के साथ इसे तैयार कराया गया। हर चीज की बारीकी का ध्यान रखा गया। शर्मा ने भी इसे अपने लिए फख्र की बात बताई