ऐतिहासिक जीत के बाद भी मोदी ने प्रज्ञा ठाकुर को नहीं किया माफ
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने इतिहास रचा है, मोदी की सुनामी में यूपीए का किला बुरी तरह से ध्वस्त हो गया है, वहीं भोपाल में भी एक बड़ा सियासी उलटफेर देखने को मिला है, यहां कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह को साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने तीन लाख वोटों से हराया है, हालांकि जितनी बड़ी जीत ये बीजेपी के लिए है, उससे कहीं ज्यादा बड़ी हार ये कांग्रेस के लिए है लेकिन इस जीत के बावजूद पीएम मोदी साध्वी प्रज्ञा से खुश नहीं है, जिसकी बानगी शनिवार को संसद के सेंट्रल हाल में नजर आई।
जहां पीएम मोदी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर की अनदेखी की, जिससे यही साबित हुआ कि प्रज्ञा ठाकुर को पीएम मोदी ने माफ नहीं किया है। संसद हॉल के कई वीडियो सामने आए हैं, लेकिन एक वीडियो ने सबका ध्यान खींचा है, दरअसल एनडीए की बैठक में मोदी को गठबंधन का नेता चुना गया, इसके बाद सभी सांसद मोदी को बधाई दे रहे थे, वह सबसे हंस कर और हाथ जोड़कर मिल रहे थे लेकिन जैसी ही प्रज्ञा उन्हें बधाई देने के लिए आगे बढ़ीं, मोदी ने मुंह फेर लिया और आगे बढ़ने का इशारा कर दिया।
दरअसल लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान साध्वी प्रज्ञा ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था, जिसके बाद सियासी बवाल मच गया था, हालांकि बाद में साध्वी ने अपने बयान पर माफी मांगी थी लेकिन एक टीवी इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा था कि वो बापू का अपमान करने वाले को कभी माफी नहीं करेंगे, इस मामले में उन्होंने (साध्वी प्रज्ञा) माफी मांग ली हो, लेकिन मैं अपने मन से उन्हें कभी भी माफ नहीं कर पाऊंगा।