साल 2013 में आई रोहित शेट्टी की मूवी ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ तो आपको याद ही होगी जिसमें राहुल(शाहरूख खान) अपने दादा जी अस्थियों को रामेश्वरम में बहाता है। ऊपर नीला आकाश नीचे नीले समुद्र का ये नजारा सिर्फ मूवी में ही नहीं असल में ही इतना ही खूबसूरत है। और अगर कहीं आप यहां रोड ट्रिप का प्लान कर रहे हैं तो यकीन मानिए इससे बेहतरीन नजारा आपने पहले शायद कभी नहीं देखा होगा। पामबन आइलैंड तक पहुंचने के लिए आपको पामबन ब्रिज से गुजरना पड़ता है।

मुंबई ब्रांदा कुर्ला पुल से पहले पामबन ब्रिज इंडिया का सबसे लंबा सी ब्रिज हुआ करता था। तमिलनाडु में स्थित यह इंडिया का ऐसा पुल है जो समुद्र के ऊपर बना हुआ है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां से गुजरना कितना एक्साइटिंग और अलग एक्सपीरियंस होता होगा। यह नेचर और तकनीक का बेजोड़ मेल है। जो उच्च तीव्रता वाले भूंकप से भी नहीं हिल सकता।

पामबन ब्रिज का रोड ट्रिप 

तमिलनाडु का यह पुल रामेश्वरम से पामबन द्वीप को जोड़ता है। ऐसे में अगर आप रामेश्‍वरम जाना चाहते हैं तो अपने सफर को रोमांचक बनाने के लिए पामबन पुल से होकर जा सकते हैं। समुद्र की लहरों के बीच सफर के बारे में सोचकर ही एक्साइटमेंट होने लगती है। पुल पर रुककर आप इसके खूबसूरत नजारों को अपने कैमरे में कैद कर सकते हैं। रोड ट्रिप और भी ज्यादा  एक्साइटिंग होती है अगर आपके साथ कंपनी अच्छी हो लेकिन यहां अकेले आकर भी आप बोर या अकेला फील नहीं करेंगे।

पामबन पुल का ब्रैकग्राउंड

पामबन पुल को ब्रिटिश रेलवे द्वारा 1885 में शुरू किया गया था। ब्रिटिश इंजीनियरों की टीम के निर्देशन में गुजरात के कच्छ से आए कारीगरों की मदद से इसे खड़ा किया गया था और 1914 में ये बनकर पूरा हुआ था। फरवरी 2016 में इसने अफना 102 साल पूरा किया। इतना पुराना होने के बावजूद भी ये आज ज्‍यों का त्‍यों बना हुआ है।

पामबन पुल की बनावट

यह पुल बीच में खुलता भी है। हालांकि कंक्रीट के 145 खंभों पर टिके इस पुल को समुद्री लहरों और तूफानों से ख़तरा बना रहता है। पहले यह देश का सबसे बड़ा समुद्र पुल हुआ करता था जिसकी लम्‍बाई 2.057 किमी. है।