अमेरिकी चुनाव में विदेशी दखल रोकने का फेसबुक, ट्विटर ने दिया भरोसा
वाशिंगटन, प्रेट्र। सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक और ट्विटर के शीर्ष अधिकारी बुधवार को अमेरिकी संसदीय समिति के समक्ष पेश हुए। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे अमेरिका और दुनिया के अन्य देशों में होने वाले चुनावों में विदेशी दखल रोकने के लिए कदम उठा रहे हैं। संसदीय समिति ने आगामी चुनाव को लेकर सुरक्षा मसलों पर पूछताछ के लिए फेसबुक की सीओओ शेरिल सैंडबर्ग और ट्विटर के सीईओ जैक डोरजी को तलब किया था।
अमेरिका की खुफिया एजेंसियों ने पूर्व में यह दावा किया था कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में रूस ने हस्तक्षेप किया था। इस चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए थे। गत जुलाई में फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने अमेरिकी समकक्ष ट्रंप के साथ शिखर वार्ता के दौरान इन आरोपों को खारिज किया था। ट्रंप पहले ही इन आरोपों को ठुकरा चुके हैं।
सैंडबर्ग ने सीनेट की खुफिया मामलों की समिति के सदस्यों से कहा, ‘हम अमेरिका के मध्यावधि चुनाव और अन्य देशों में होने वाले चुनावों पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। जर्मनी और इटली से लेकर मेक्सिको में हुए हालिया चुनावों में हमारे प्रयास के नतीजे सामने आ रहे हैं। हम बाहरी विशेषज्ञों, साझीदारों, सरकारों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। खतरों और दुरुपयोग रोकने के बारे में जानकारी साझा कर रहे हैं।’ डोरजी ने भी सांसदों से कहा, ‘मेरी कंपनी ने हेरफेर के तौर-तरीकों की पहचान करने में उल्लेखनीय प्रगति की है। हमें अपने काम का सकारात्मक परिणाम देखने को मिला है। हम हर सप्ताह 80 लाख से लेकर एक करोड़ तक संदिग्ध अकाउंट की पहचान कर रहे हैं।’
रूस अब भी कर रहा सोशल मीडिया में घुसपैठ
संसदीय समिति के सदस्य सीनेटर मार्क वार्नर ने आरोप लगाया कि अमेरिका के सोशल मीडिया में रूस अब भी घुसपैठ कर रहा है और विदेशी कंपनियां चुनौती बनी हुई हैं।