इलाहाबाद (जेएनएन)। अनुसूचित जाति की तर्ज पर किन्नरों ने सरकार से आरक्षण की मांग की है। यही नहीं ट्रांसजेंडर बिल लटकने पर नाराजगी भी व्यक्त की। शंकराचार्य आश्रम अलोपीबाग में सोमवार को हुई बैठक में किन्नरों ने विभिन्न मुद्दों पर मंथन किया। मुख्य अतिथि जगद्गुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि किन्नरों को उपेक्षा की नजर से नहीं देखना चाहिए। उन्हें धार्मिक, सामाजिक सम्मान देने की दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
किन्नर अखाड़ा के आचार्य पीठाधीश्वर लक्ष्मीनारायण त्रिपाठी ने संसद में ट्रांसजेंडर बिल पास न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार मामले पर अतिशीघ्र उचित निर्णय ले। कहा कि देश में 2.2 प्रतिशत किन्नर हैं, जिन्हें सरकारी नौकरियों में आरक्षण मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीब किन्नरों को भी मकान दिया जाए। चेताया भी कि अगर किन्नरों की उपेक्षा हुई तो हम राजनीति में उतरने का निर्णय ले सकते हैं। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकारों को किन्नरों के हित में दो माह में निर्णय लेने की मांग की है, अन्यथा एक नवंबर को उज्जैन में होने वाली बैठक में राजनीति में उतरने का फैसला लिया जा सकता है।
बनेगा किन्नर विलेज
प्रयाग कुंभ में किन्नर संन्यासियों ने प्रशासन से हर अखाड़ों की भांति सुविधा की मांग की है। कहा कि कुंभ मेला क्षेत्र में किन्नर विलेज बनाया जाएगा। जहां रोज धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन होंगे।
बनाए गए महामंडलेश्वर
किन्नर अखाड़ा से जुड़े संन्यासियों को महामंडलेश्वर की उपाधि प्रदान की गई। तमिलनाडु महामंडलेश्वर गंगा मां, दक्षिण भारत महामंडलेश्वर अरुणा मां, हिमाचल प्रदेश महामंडलेश्वर शोभा ठाकुर मां, राजस्थान महामंडलेश्वर पुष्पा माई, उत्तर भारत महामंडलेश्वर भवानी माई, हरियाणा का महामंडलेश्वर महंत आशा नाथ, ओडीसा महामंडलेश्वर मीरा माई, महंत मेघना मां, जया मां व नीलम मां, पश्चिम बंगाल, असम व पूर्वोत्तर भारत का महामंडलेश्वर गायत्री देवी मां, पश्चिम भारत महामंडलेश्वर पर्वता माई, मयूरी माई, पायल मां, संजना माई, विदर्भ से महंत डॉली जी, आंचल जी बनीं।
ये बने पीठाधीश्वर
किन्नर अखाड़ा ने प्रमुख राज्यों का पीठाधीश्वर बनाया। उत्तर प्रदेश पीठाधीश्वर सोनम यादव मां, मध्य प्रदेश पीठाधीश्वर पंचाली मां, पीठाधीश्वर किरन माई बनीं, जबकि सभी राज्यों व महंतों का पीठाधीश्वर महंत पवित्रा को बनाया गया है।